नेशनल डेस्क। “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। इस योजना से प्रदेश के 69,512 विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा। यह पहला मौका है जब प्रथमा से लेकर आचार्य तक के विद्यार्थियों को एक साथ छात्रवृत्ति दी गई है।”
वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। इस योजना से प्रदेश के 69,512 विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने 23 साल के बाद संस्कृत छात्रवृत्ति योजना में संशोधन किया है। दरों में बढ़ोतरी करते हुए पात्रता की शर्तों को भी शिथिल किया गया है। इस योजना के तहत प्रथमा स्तर (कक्षा-6 से 8 तक) से छात्रवृत्ति का प्रावधान किया गया है। छात्रों के अभिभावकों की आय सीमा के प्रतिबंध को हटा दिया गया है।
सीएम योगी ने कहा कि यह योजना संस्कृत भाषा के विकास और छात्रों के भविष्य को उज्ज्वल बनाने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठा रही है और संस्कृत छात्रवृत्ति योजना इसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
इस अवसर पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम शुक्ल ने मुख्यमंत्री योगी का स्वागत किया और योजना के लाभार्थियों को बधाई दी।
कुछ महत्वपूर्ण बिंदु:
– 69,512 विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा
– प्रथमा से लेकर आचार्य तक के विद्यार्थियों को एक साथ छात्रवृत्ति दी गई है
– 23 साल के बाद संस्कृत छात्रवृत्ति योजना में संशोधन किया गया है
– दरों में बढ़ोतरी करते हुए पात्रता की शर्तों को भी शिथिल किया गया है
– छात्रों के अभिभावकों की आय सीमा के प्रतिबंध को हटा दिया गया है