नेशनल डेस्क। बदायूं के राजकीय मेडिकल कॉलेज में इलाज के अभाव में 10 साल की बच्ची की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई। जांच रिपोर्ट के बाद दो संविदा डॉक्टरों की सेवाएं समाप्त कर दी गईं और दो पूर्णकालिक डॉक्टरों को निलंबित किया गया। मामले में लापरवाही और अनियमितता के आरोप लगे हैं।बच्ची की मौत के मामले में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई।जांच रिपोर्ट में ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. शलभ और डॉ. दिव्यांशी को दोषी पाया गया।दो
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक शर्मा और डॉ. इमरान को लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया।मे
डिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरुण कुमार ने कार्रवाई की पुष्टि की।
मामले में शासन स्तर से भी जांच की संभावना है।
बच्ची के परिजनों ने डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगाया है।
मामले ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।