उत्तर प्रदेश में जल परिवहन को बढ़ावा, आरटीओ विभाग करेगा जलयानों का पंजीकरण
नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश में जल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए आरटीओ विभाग जलयानों का पंजीकरण करने जा रहा है। अंतरदेशीय जल मार्ग प्राधिकरण का गठन किया गया है और जलयानों के पंजीकरण की फीस व शर्तें 2002 की नियमावली के तहत रखी जाएंगी।
वाराणसी में छह क्रूज चलते हैं जो बंगाल तक जाते हैं और जल्द ही गंगा सागर को देखने के लिए काफी बुकिंग होने की उम्मीद है। आरटीओ को जलयानों के पंजीकरण के लिए नामित किया गया है और उत्तर प्रदेश जलमार्ग प्राधिकरण के तकनीकी कार्यों के लिए इंडियन रजिस्टर शिपिंग के सर्वेयर को नामित किया गया है।
उत्तर प्रदेश में जल परिवहन का काम तेजी से बढ़ रहा है और जलमार्ग से सामान को कम समय और लागत में एक से दूसरी जगह पहुंचाया जा सकता है। प्रदेश सरकार सड़क और जल परिवहन के जरिये यूपी में पर्यटन को बढ़ावा देना चाहती है।
सर्वेश चतुर्वेदी, प्रशासन, एआरटीओ वाराणसी ने बताया कि जलयान के पंजीकरण की फीस व अन्य शर्तें 2002 की नियमावली के तहत रखी जा रही है। परिवहन विभाग ने नई नियमावली शासन को भेजी है, जल्द उसी के अनुरूप कार्य होंगे।
उत्तर प्रदेश में 111 राष्ट्रीय जलमार्ग हैं और प्रयागराज से हल्दिया जलमार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग का नाम दिया गया है। यह प्रयागराज से शुरू होकर, भदोही, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, मुगलसराय, गाजीपुर, बलिया, बिहार से पश्चिम बंगाल तक जाता है।