प्रयागराज। पीसीएस और आरओ/एआरओ की प्रारंभिक परीक्षाएं एक से अधिक दिन और पालियों में कराने के खिलाफ हजारों छात्र उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर पिछले दो दिनों से डटे हुए हैं। अफसरों ने 12 घंटे के अंदर दूसरी बार आंदोलनकारी छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ। बुधवार को यूपी के दूसरे जिलों में भी छात्रों का आंदोलन फैल गया। इसके अलावा बृजभूषण शरण सिंह ने भी छात्रों के समर्थन में बयान दिया है। उनका कहना है कि सरकार को सहानुभूति पूर्वक छात्रों की मांग पर विचार करना चाहिए।
डीएम फिर छात्रों से बातचीत करने पहुंचे
कैंडल मार्च के बाद एक बार फिर डीएम छात्रों से बातचीत करने पहुंचे हैं। इससे पहले लगातार दो दिनों तक डीएम पहुंचे थे, बातचीत की थी लेकिन कोई हल नहीं निकल सका था।
12 अराजकतत्वों के खिलाफ केस दर्ज
यूपी लोक सेवा आयोग कार्यालय के सामने छात्रों के प्रदर्शन में कुछ अराजकतत्व भी शामिल होने लगे हैं। लोक सेवा आयोग चौकी प्रभारी ने मंगलवार को दो नामजद व 10 अज्ञात के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। सिविल लाइंस थाने के एसआई कृष्णमुरारी चौरसिया ने तहरीर दी है कि एसआई रुपेश कुमार और आरक्षी रिंकू के साथ मंगलवार को लोक सेवा आयोग के समीप धरना-प्रदर्शन के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात थे। इसी बीच दोपहर लगभग एक बजे आयोग के गेट नंबर दो के सामने प्रचार के लिए लगाए गए खंभे पर एक कोचिंग संस्थान का विज्ञापन होर्डिंग को कुछ अराजकतत्व तोड़ते दिखे। शरारती तत्वों ने सरकारी मोबाइल बैरियर को भी तोड़ दिया। अराजकतत्वों ने प्रतियोगी छात्रों के धरने को हिंसक और सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश की। पुलिस ने अभिषेक शुक्ला और राघवेंद्र के अलावा दस अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।