प्रयागराज। मेजा के चिलबिला गांव स्थित ऑटो पार्ट में हुई चोरी के मामले में दुकान के मालिक ने जो पुलिस विभाग को करना चाहिए वह पड़ताल करके चोरों का पता लगाया। लेकिन मेजा पुलिस न तो रिपोर्ट दर्ज करने को तैयार है और न ही चोरों को पकड़ने की जहमत उठा रही है। पीड़ित दुकानदार न्याय के लिए कोतवाली से लेकर पुलिस चौकी की परिक्रमा कर रहा है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं है। मामला पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है।
आपको बता दे कि चिलबिला गांव निवासी नन्हे खान बाजार में आटो पार्ट की दुकान चलाते है। बीते पांच अक्तूबर को वह दुकान बंद कर घर चले गए। लेकिन जब दूसरे दिन दुकान पर पहुंचे तो दुकान का शटर टूटा था। अंदर जाकर देखा तो चोरों ने दुकान में रखे लाखों रुपए के सामान गायब कर दिए थे। इस बात की जानकारी उन्होंने संबंधित सिरसा पुलिस चौकी को दिया। लेकिन पुलिस ने उनकी तहरीर को रद्दी की टोकरी में डाल दिया।
लेकिन इसके बाद भी नन्हे खान ने पड़ताल जारी रखी। सप्ताह भर पहले उन्हें जानकारी मिली कि गांव के ही कुछ लोगों ने उनकी दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत मेजा कोतवाली में जाकर किया। कोतवाली में ड्यूटी पर तैनात इंस्पेक्टर सुभाष कुमार गौतम ने जेवनियां पुलिस चौकी को जांच के लिए निर्देशित किया।
लेकिन जब नन्हे खान ने चौकी पर जाकर मुलाकात किया तो चौकी इंचार्ज ने हाथ खड़े कर दिया और सिरसा चौकी जाने के लिए कहा। उन्होंने सिरसा चौकी जाकर पता किया तो पता चला कि उनका प्रार्थना पत्र ही नहीं आया है। नन्हे खान ने जब प्रार्थना पत्र के बारे में पता किया तो पता चला कि उनका प्रार्थना पत्र तो मेजा रोड पुलिस चौकी में पड़ा हुआ है।
नन्हे खान का कहना है अगर पुलिस जरा सी गंभीरता दिखा दे तो दुकान में हुई चोरी का खुलासा हो सकता है। चोरी के खुलासे के लिए वह लगातार दौड़ भाग कर रहे है लेकिन अभी तक उनकी रिपोर्ट तक दर्ज नहीं हो पाई है। चोरों का पकड़ा जाना तो दूर की बात है।