प्रयागराज। मांडा के ब्लॉक विकास अधिकारी (बीडीओ) अमित मिश्र ने शुक्रवार को सैबसा गांव में निर्माणाधीन विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मनरेगा योजना और पंचायत भवन का निरीक्षण किया, जिसमें धांधली का मामला सामने आया।
निरीक्षण में पता चला कि मनरेगा योजना में 50 श्रमिकों का मास्टर रोल निकाला गया था, लेकिन कार्यस्थल पर केवल 29 श्रमिक कार्य करते पाए गए। इसके अलावा, श्रमिकों का जॉब कार्ड उनके पास नहीं मिला, जिससे उनकी पहचान नहीं की जा सकी। श्रमिकों की हाजिरी चढ़ाने के लिए जारी किया गया मस्टररोल और वर्क ले आउट भी मौके पर नहीं मिला।
इस मामले में बीडीओ अमित मिश्र ने सम्बंधित रोजगार सेवक, सचिव और प्रधान के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र जारी किया। साथ ही, पंचायत भवन का निर्माण कार्य में लापरवाही पर भी बीडीओ ने सचिव और प्रधान के खिलाफ नाराजगी व्यक्त करते हुए अविलंब कार्य पूर्ण कराने का निर्देश दिया।
बीडीओ अमित मिश्र ने बताया कि विकास कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता के लिए ऐसे निरीक्षण आगे भी जारी रहेंगे। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी दी कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और धांधली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।