नेशनल डेस्क। उत्तर प्रदेश में दिल्ली और मुंबई से घर आने वालों के लिए ट्रेन का सफर कठिन हो गया है। ट्रेनों की वेटिंग लिस्ट बढ़ती जा रही है, जिससे यात्रियों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं।
मुंबई रूट पर ट्रेनों की वेटिंग 400 तक पहुंच गई है, जबकि दिल्ली रूट की ट्रेनों में वेटिंग 250 का आंकड़ा पार कर गई है। विशेष ट्रेनों का किराया ज्यादा होने के बावजूद उनमें नियमित ट्रेनों के मुकाबले ज्यादा वेटिंग है।
रेलवे टिकट बेचने की प्रक्रिया जारी है, लेकिन ट्रेनों में जगह नहीं होने के कारण यात्रियों को परेशानी हो रही है। वेटिंग की सीमा तय नहीं होने से यात्रियों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्हें कन्फर्म टिकट नहीं मिलता और वेटिंग में टिकट रहने के बाद भी लिपिकीय चार्ज के नाम पर पैसे काट लिए जाते हैं।
दिवाली और छठ के अवसर पर दिल्ली और मुंबई से लखनऊ आने वाले यात्रियों के लिए यही स्थिति है। एक-एक सीट के लिए मारामारी होती है। दैनिक यात्री एसोसिएशन के अध्यक्ष एसएस उप्पल का कहना है कि ट्रेनों में कन्फर्म सीटों का 15 से 20 प्रतिशत तक ही वेटिंग कोटा होना चाहिए।