नेशनल डेस्क। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात दाना के आने की आशंका से तेज हवाएं चल रही हैं और सरकार ने राज्य के 14 जिलों से करीब 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि चक्रवात के आज रात को ओडिशा के तट से टकराने की आशंका है, जिससे भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं और एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। पश्चिम बंगाल में भी अलर्ट जारी किया गया है और सरकार ने सभी आवश्यक सेवाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
कोलकाता हवाईअड्डा प्राधिकारियों ने बृहस्पतिवार शाम छह बजे से अगले 15 घंटों के लिए सभी उड़ानों को निरस्त करने का फैसला किया है और 200 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। सरकार ने मछुआरों को 26 अक्तूबर तक गहरे समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी है और सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दे दिए गए हैं।
चक्रवात दाना के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है। सरकार ने सभी आवश्यक सेवाओं को तैयार रखने के निर्देश दिए हैं और लोगों से सुरक्षित रहने की अपील की है।
मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि चक्रवात के तट से टकराने की प्रक्रिया आज रात को शुरू होगी और यह 25 की सुबह तक जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि तट से टकराने से पहले इसकी गति 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
सरकार ने आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ, अग्निशमन कर्मियों की 288 टीमों को तैनात की है। आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने कहा कि संवेदनशील जिलों के 3,000 से ज्यादा गांवों की पहचान की गई है, जहां से करीब 10.60 लाख लोगों को पहले ही निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके अलावा करीब 6,000 राहत शिविर बनाए गए हैं।